गुरु हमारे तारणहारे,
ये तो वेदी वाले है ।
राह बताई जो इनने ,
हम उस पर चलने वाले है।
हू हू हू -----हू हू हू-----

तारण तरण नाम है जिनका,हो-2
शिव सुख देने वाले है।
राह बताई- ------------------

तारण गुरु जो कह गये ,
वही कहा जिनवाणी मे ।
आतम ही परमातम है,
कहा है तारण स्वामी ने ।।
अरे! गीत भजन पूजन आराधन,हो-2
पुण्य बढाने वाले है।
राह बताई- --------------

तारण गुरु का है शिक्षण,
चेतन ही तेरा है लक्षण ।
रत्नात्रय को कर धारण,
बन जाओगे तुम भगवन ।।
अरे! कुगरु कुदेव कुधर्म यही हो--2
भव भव भटकाने वाले है ।
राह बताई- ---------------

क्रिया कांड जडवाद मिटाया,
अरु मिथ्यात्व नशाया है ।
खुद भी तरे अनेकों तारे,
मुक्ति मार्ग बताया है ।।
अरे! गुरु तारण ही तो "अंतिम ",हो--2
सन्मार्ग दिखाने वाले है ।
राह बताई- ---------
गुरु हमारे तारण- --------------

💐मुक्तक💐
जो प्रेम के दीप ,शांति की किरण है।
लाखो चमन मे , अहले चमन है।।
जिनके सिद्धांत पथ प्रदर्शक है हमे ।
ऐसे तारण तरण गुरुवर्य को सत् सत् बार नमन है।।

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