जय गुरुजी जय जय गुरुजी,
जय गुरुजी जय जय गुरुजी
तेरी द्वार खडा तेरी शरण पडा ,
तन मन वोला जय जय गुरुजी ।
जय गुरुजी ------------

कितनी सुंदर तेरी कहानी है ,
कितनी प्यारी तेरी जुवानी है।
राह बताई जो तूने,
उस राह पे चलना है हमको ।।
जय गुरुजी---------------

तेरे आने से चेतन जगा ,
तेरी भक्ति मे आये हमको मजा ।
तेरी वाणी सुनकर चैन मिले ,
बेचेनी ना रह जाये मन मे ।।
जय गुरुजी ------------------

भाग्य है क्या क्या खेल दिखाता ,
क्यो कर्मो को तू दोष लगाता ।
आना यहाँ पे " अंतिम " ज्ञान मिले ,
जिससे सारे कर्म कटे ।
जय गुरुजी-----------------

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