तेरे द्वार पे जो आ जावाॅ ,
भव सागर वो तर जावाॅ।
हमे ना भूलाना तारण हमे ना भूलाना ।
नैया हमरी पार तुम लगाना तारण
पार तुम लगाना ।
भटकी हुई दुनिया को राह दिखा जाना
तारण राह दिखा जना।
हमे ना भूलाना --------
इक बार आ जाना तारण
इक बार आ जाना ।
हमे ना भूलाना-----------


अरे नाभि नसीवा जय जय जय,
जबसे तू मिला है जय जय जय ।
मेरी अंतरात्मा मे जय जय जय,
ज्ञान का फूल खिला है जय जय जय।।
आओ इक बार फिर से ,
जिनवाणी सुनाना ।
हमे ना भूलाना -----------------



तारण गुरु के सहारे जय जय जय,
बन जाऊ तारण तरण मै जय जय जय ।
करु ऐसा जतन मै जय जय जय,
मिले तेरी शरण ही जय जय जय।।
जब तक भव सागर ना तर जावाॅ ।
हमे ना भूलाना ---------------
तेरे द्वार पे ---------------------

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