इक पल का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नही, कà¥à¤› यतन कीजिये ।
गà¥à¤°à¥ तारण के दर पे ,à¤à¤œà¤¨ कीजिये ।।
जिनवाणी सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को मिलती यहाठ।
जो जिनवाणी सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤° है कहाà¤à¥¤à¥¤
अपने आप मेअब तो रमन कीजिये ।
गà¥à¤°à¥ तारण के -------------------
मानव तन है मिला ये ना बेकार हो ।
à¤à¤¸à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ करो जिससे उदà¥à¤§à¤¾à¤° हो ।।
विषय à¤à¥‹à¤—ो मे अब ना रमन कीजिये ।
गà¥à¤°à¥ तारण के ------------------
à¤à¥‡à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ को हà¥à¤°à¤¦à¤¯ से अपनाइये ।
दूर रहकर ना इससे यू दà¥à¤– पाइये।।
अपने नरà¤à¤µ यू ना पतन कीजिये।
गà¥à¤°à¥ तारण के दर- -----------------
धन को इतना कमाया तिजोरियो को à¤à¤°à¤¾ ।
अपने लिये कà¥à¤¯à¤¾ है कà¥à¤› तो बता दे जरा ।।
पर के लिये यू ना à¤à¤µ à¤à¤µ à¤à¥à¤°à¤®à¤£ कीजिठ।
गà¥à¤°à¥ तारण के दर---------------
इक पल का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नही कà¥à¤› यतन कीजिये ।
गà¥à¤°à¥ तारण के दर पे à¤à¤œà¤¨ कीजिये ।।