तेरा नाम जिसने लिया है ,
सफल हो गया उसका सारा जनम ।
हे तारण तरण अर्जी है तुमसे,
तोड देना तुम सारा भरम- -हो--तोड़----

लख चौरासी योनियों में भटका हूँ ,
देव नरक तिर्यंच गति मे अटका हूँ ।
अब श्रावक पर्याय मैने पाई है ,
तेरी वाणी पे भी श्रृद्धा हमको आई है ।।
तेरे बिना--तेरे बिना--तेरे बिना नामुमकिन है पार पाना भवसागर अगम हो--पार पाना------

लगन ये टूटे ना ,द्वार तेरा कभी छूटे ना ।
ज्ञान जो दिया तूने, मेरा जीवन संवर गया।।

तेरी वाणी पे भी श्रृद्धा हमको आई है ।
ये श्रृद्धा जीवन मे मोड नया ले आई है ।।
तेरी राहों पे अब हमको चलना है ।
तेरा ही गुणगान हमे अब करना है ।।
तेरे लिए--तेरे लिए- -तेरे लिए अर्पण किया है मैने अपना सारा जनम हो--मैने अपना------

अधम पापियों ने भी तेरा नाम लिया ।
तूने भी उनको इस भव से पार किया।।
"अंतिम "इनके द्वारे पर जो आता है ।
वो अप्पा से परमप्पा हो जाता है।।
तेरे सिवा--तेरे सिवा--तेरे सिवा कौन बतायेगा क्या होता धरम हो ---क्या होता--------
तेरा नाम जिसने--------

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