तरà¥à¤œ - तà¥à¤® दिल की धड़कन मे रहते हो
तà¥à¤® खà¥à¤¦ ही à¤à¤—वन हो, गà¥à¤°à¥ तारण कहते है ।
इस देहालय मे ही तो,आतम देव रहते है ।।
अपने मे आ जाओ
अपने मे खो जाओ
तà¥à¤® खà¥à¤¦ ही-----------------
पर को अपना मान रहा,
उसमे ही तू खोया रहा । -2
आम का फल खाने को ,
बीज बबूल के बोल रहा ।।
गर à¤à¤µ सागर तरना है,
आतम का हित करना ।
अपने मे आ जाओ,
अपने मे खो जाओ ।।
तà¥à¤® खà¥à¤¦ ही ----------------------
देर ना कर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से डर,
पाप कषायो से बच कर । -2
राग दà¥à¤µà¥‡à¤· को तà¥à¤¯à¤¾à¤— दे तू ,
हà¥à¤°à¤¦à¤¯ मे समà¥à¤¯à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ धर।।
ढूंढ रहा है तू जिसको ,
बता रहे गà¥à¤°à¥à¤µà¤° उसको ।
अपने मे आ जाओ ,
अपने मे खो जाओ ।।
तà¥à¤® खà¥à¤¦ ही -------------------
जीव जà¥à¤¦à¤¾ है पà¥à¤¦à¤—ल जà¥à¤¦à¤¾ ,
जिनवाणी ये कहती है । - 2
आतà¥à¤® सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª को जान लो रे,
जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की गंगा बहती है ।
सà¥à¤¨ ले रे ओ चेतन,
तू खà¥à¤¦ ही है à¤à¤—वन ।
"अंतिम "अपने मे आ जाओ,
अपने मे खो जाओ ।।
तà¥à¤® खà¥à¤¦ ही-------------