तर्ज- - तेरे नाम हमने किया है जीवन अपना

तेरा नाम जिसने लिया है,
सफल हो गया उसका सारा जनम ।
हो ऽऽऽऽऽऽऽ सफल हो -------------
हे तारण तरण अर्जी है तुमसे,
तोड देना तुम सारा भ्रम।।
तेरा नाम जिसने ------------

लख चौरासी योनियों मे भटका हूँ ।
देव नरक तिर्यंच गति मे अटका हूँ ।।
अब सुकुल पर्याय मैने पाई है।
तेरी वाणी पे भी श्रद्घा हमको आई है।।
तेरे विना ---2 तेरे विना नामुमकिन है,
पार पाना भवसागर अगम ।
तेरा नाम जिसने ---------------


लगन ये टूटे ना ,
तेरा द्वार कभी छूटे ना ।
जो भटकते ऊर भटकाते है,
वो तिर्यंच गति मे जाते है।


तेरी वाणी पे श्रृद्धा जो हमको आई है ।
ये श्रृद्धा जीवन मे मोड नया ले आई है ।।
तेरी राह मे ही हमको अब चलना है ।
तेरा ही गुणगान हमे अब करना है।।
तेरे लिये --2 तेरे लिये अर्पण किया है ,
मैने अपना सारा जनम ।होऽऽऽऽऽऽऽ
मैने अपना ------


अधम पापियों ने भी तेरा नाम लिया ।
तूने भी इस भव से उनको तार दिया ।।
"अंतिम "इनके द्वारे पे जो आता है ।
अप्पा से परमप्पा वो हो जाता है ।।
तेरे सिवा ----2 तेरे सिवा कौन बताये ,
क्या होता धरम ,होऽऽऽऽऽऽऽ क्या होता धरम
तेरा नाम जिसने --------------

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