तरà¥à¤œ - हमको हमीं से चà¥à¤°à¤¾ लो
वीरा पà¥à¤°à¤à¥ को तà¥à¤® धà¥à¤¯à¤¾ लो,
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ का मारग बना लो ।
तारण तरण ये कहायें,
शिवपà¥à¤° की वो राह बतायें।।
धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ इनका हृदय मे लगा लो ,
वीरा पà¥à¤°à¤à¥ को -------------------
आतम दरà¥à¤¶ करा दो ,
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ का मारà¥à¤— बता दो ।
जिस पथ पर चले तà¥à¤®,
वो पथ बतला दो।।
आतम दरà¥à¤¶ करा दो तो
हम उसी मे रम जाये ।
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पथ वतलादो तो,
हम मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ को पा जाये।
रतà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¯ को जो साधे,
वो मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ को है पाते ।
तà¥à¤® अपने मे रम जाओ ,
वीरा पà¥à¤°à¤à¥ ----------------
à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ ये à¤à¤¾à¤¤à¤¾ है तेरे गà¥à¤£ गायेगे।
तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤° पे आकर के हम तो तर जायेगे ।।
पंच महावà¥à¤°à¤¤ धारॠयह शकà¥à¤¤à¤¿ हमे दे दो।
तेरे गà¥à¤£ लाà¤à¤Š अपने मे।
à¤à¤¸à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ हमे दे दो ।।
जाॅऊ मै पावापà¥à¤° जी ,
अब लगन लगी शिवपà¥à¤° की।
अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤® की उमंग जगाओ।
वीरा पà¥à¤°à¤à¥ को --------------