तरà¥à¤œ - चलते चलते यू हीं रà¥à¤• जाता हूठमै
जनà¥à¤®à¥‹-जनà¥à¤®à¥‹ से यूं आता जाता रहा ।
लाख चकà¥à¤•à¤° चौरासी के लगाता रहा ।।
पा कर नरà¤à¤µ को à¤à¥€ यूं गंवाता रहा ।
ना मिला जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है ,
ना किया धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ है ।
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥à¤° जाने का ,
बस अरमान है ।।
गà¥à¤°à¥à¤µà¤° कहते है जो कà¥à¤¯à¥‹ नहीं मानते ।
तेरा जà¥à¤žà¤¾à¤¨ तà¥à¤à¤®à¥‡ ही है ,कà¥à¤¯à¥‹ नहीं जानते ।।
à¤à¥‚ले अपने को दर-दर,तà¥à¤® à¤à¤Ÿà¤•à¤¤à¥‡ रहे ।
अपने को पर का करता ही तà¥à¤® समà¤à¤¤à¥‡ रहे ।।
हाय ये कà¥à¤¯à¤¾ करते रहे
ना किया धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ है,
ना मिला जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है ।
जब जिनवाणी सà¥à¤¨à¥€, तो मिली राहत सी है ।
जो जिनवाणी कहे ,वो हकीकत ही है ।।
जिनवाणी का आशà¥à¤°à¤¯ लेकर,हम संवरने लगे ।
à¤à¥‡à¤¦à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ से शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¤à¤® को ,परखने लगे ।।
"अंतिम "तà¥à¤® कà¥à¤¯à¤¾ करते रहे
ना किया धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ है,
ना मिला जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है।
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥à¤°- ---