बाजे à¤à¤¾à¤à¤à¤° घणà¥à¤Ÿà¥€ ,बाजे à¤à¤¾à¤‚à¤à¤° घणà¥à¤Ÿà¥€ ।
गà¥à¤°à¥à¤µà¤° तेरी आज, ऊतारॠआरती।।
पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤µà¤¤à¥€ वाले बाबा की,
वीरशà¥à¤°à¥€ के लाला की ।
गढाशाह जी के तारण की
ऊतारॠऑरती-------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°- ------
पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤µà¤¤à¥€ मे जनà¥à¤® लिया है,
सारी धरती को धनà¥à¤¯ किया है।
पहचान बताई है शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¤à¤®à¥ की
ऊतारॠऑरती--------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°- ----
दोनो हाथो मे समकित लेके,
à¤à¥‡à¤¦à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ को हृदय मे धरके ।
राह बताई है मोकà¥à¤· महल की
ऊतारॠऑरती- -------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°- -----
सिदà¥à¤§ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° निसई जी की,
तपोà¤à¥‚मि सेमरखेडी की।
पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤µà¤¤à¥€ सूखा जी की
ऊतारॠऑरती---------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°- ---
ऑरती चौदह गà¥à¤°à¤‚थराज की,
करॠऑरती समय सार की।
शरण रहूं जिनवाणी जी की
ऊतारॠऑरती- -------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°- -----
ऑरती ऊतारॠअरिहंत पà¥à¤°à¤à¥ की,
करॠऑरती सब सिदà¥à¤§à¥‹ की ।
ऑचारà¥à¤¯ उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ साधॠजी की
ऊतारॠऑरती-------गà¥à¤°à¥à¤µà¤°------
बाजे à¤à¤¾à¤à¤à¤° घणà¥à¤Ÿà¥€ -------------